मगर देख मोहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना हो।
मरे तो लाखों होंगे तुझ पर,
मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हूँ।
मुझे पाने की तुम ज़िद ना करो,
किसी की छोड़ी हुई मोहब्बत हूं मैं।
वापस लौट आया है हवाओं का रुख मोड़ने वाला,
दिल में फिर उतर रहा है दिल तोड़ने वाला।
हो तल्लुक तो रूह से हो,
दिल तो अक्सर भर जाते हैं ।
जो शख्स तेरे तसव्वुर से हे महक जाये,
सोचो तुम्हारे दीदार में उसका क्या होगा।
मोहब्बत का एहसास तो हम दोनों को हुआ था,
फर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था
समझता ही नहीं वो मेरे अलफ़ाज़ की गहराई,
मैंने हर लफ्ज़ कह दिया जिसे मोहब्बत कहते है।
तुम मुझे छोड़ नहीं पाओगी
मै तुम्हारी चाय बन जाऊंगा।
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए,
तेरे शहर में ज़िन्दगी कही तो होनी चाहिए।
मुझे नहीं मालूम वो पहली बार कब अच्छा लगा,
मगर उसके बाद कभी बुरा भी नहीं।
मुझे अच्छा लगता है तुझसे गुफ्तगू करना,
ऐसा लगता है कि लौट आया हो कोई अपना।
सच्ची मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती,
वक़्त के साथ खामोश हो जाती है।
जिस दिल में बसा था नाम तेरा हमने वो तोड़ दिया,
न होने दिया तुझे बदनाम बस तेरे नाम लेना छोड़ दिया।
प्यार वो नहीं जो हासिल करने के लिए कुछ भी करव दे,
प्यार वो है जो उसकी खुशी के लिए अपने अरमान चोर दे।
हम इश्क़ के वो मुकाम पर खड़े है,
जहाँ दिल किसी और को चाहे तो गुन्हा लगता है।
सच्चे प्यार वालों को हमेशा लोग गलत ही समझते है,
जबकि टाइम पास वालो से लोग खुश रहते है आज कल।
सिर्फ वक़्त गुजरना हो तो किसी और को अपना बना लेना,
हम दोस्ती भी करते है तो प्यार की तरह।
कोई नहीं आऐगा मेरी जिंदगी में तुम्हारे सिवा,
एक मैत ही हैं जिसका मै वादा नहीं करता।
तरस गए हैं हम तेरे मुह से कुछ सुनने को हम,
प्यार की बात ना सही कोई शिकायत ही कर दे।
करने लगे जब शिकवा उससे उसकी बेवफाई का,
रख कर होंट को होंट से खामोश कर दिया।
जरूरी नहीं इश्क़ में बनहूँ के सहारे ही मिले,
किसी को जी भर के महसूस करना भी मोहब्बत है।
हमने भी एक ऐसे शख्स को चाहा,
जिसको भुला न सके और वो किस्मत मैं भी नहीं।
सच्चा प्यार किसी भूत की तरह होता है,
बातें तो सब करते है देखा किसी ने नहीं।
दुनिया को आग लगाने की ज़रूरत नहीं,
तो मेरे साथ चसल आग खुद लग जाएगी।