ये साल अगर इतनी मोहलत दिलवा जाए तो अच्छा हैं ये साल अगर हमको हमसे मिलवा जाए तो अच्छा हैं चाहे दिल की बंजर धरती सागर भर आंसू पी जाए ये साल मगर कुछ फूल नए खिलवा जाए तो अच्छा हैं
शाखों पर सजता नये पत्तों का श्रृंगार मीठे पकवानों की होती चारो तरफ बहार मीठी बोली से करते, सब एक दूजे का दीदार खुशियों के साथ चलो मनाये नव वर्ष इस बार