rose dey par ailaan kar rahe hai
apana dil ham tumhaare pe kubaan kar rahe hain
रोज डे पर ऐलान कर रहे है
अपना दिल हम तुम्हारे पे कुबान कर रहे हैं
पत्ती: पत्ती गुलाब बन जाती
हर कली मेरा ख्वाब बन जाती
अगर आप डाल देती अपनी महकदा नज़रे इन पर
तो सुबह की ओस भी शराब बन जाती
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया हैं
जरा तुम आकर तो देखो एक बार
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया हैं
from : Rose Day Shayari