तुमने देखा कभी चाँद से पानी गिरते हुए,मैंने देखा ये मंज़र तू में चेहरा धोते हुए।
ठुकरा दे कोई चाहत को तू हस के सह लेना,प्यार की तबियत में ज़बर जस्ती नहीं होती।
from : Romantic Shayari