जल्दी का काम शैतान का होता है
इसलिए हम तो सोते भी लेट हैं और उठते भी लेट है
घड़ी डिटर्जेंट जैसी हो गई है जिंदगी
लोग इस्तेमाल तो करते हैं पर विश्वास नहीं करते
महिलाओं को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती
वे तारीफों से भी जिंदा रह सकते हैं
शादी बिजली के छप्पर की तरह होती है
सही जुड़ जाए तो रोशनी नहीं तो सारी जिंदगी झटके ही झटके
आजकल के हर आशिक की अब तो यही कहानी है
मजनू चाहता है लैला को, लैला किसी और की दीवानी है