जिसको जाना है वो चला जाता है,उसे हमारे रोने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता।
खोटे सिक्के जो अभी अभी चले हैं बाजार में,वो कमियाँ निकाल रहे हैं मेरे किरदार में।
अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूं,जब आईना बनूँगा सारा जहाँ देखेगा।
from : Attitude Shayari