ऐ पलक तु बन्द हो जा,
ख्बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी,
इन्तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी,
कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी।
kamyab log apne faisle se duniya badal dete hai,
nakamyab log duniya ke dar se apne faisle badal dete hai.
कामयाब लोग अपने फैंसले से दुनिया बदल देते है,
नाकामयाब लोग दुनिया के डर से अपने फैसले बदल देते है।
मिलने आयेंगे हम आपसे ख्वाबों में,
ये ज़रा रौशनी के दिये बुझा दीजिए,
अब नहीं होता इंतज़ार आपसे मुलाकात का,
ज़रा अपनी आँखों के परदे तो गिरा दीजिए।