खामोशियाँ कर देते है बयां तो अलग बात है,
कुछ दर्द है जो लफ़्ज़ों में उतरे नहीं जाते।
बड़ी हसरत थी कोई हमे टूट कर चाहे,
लेकिन हम ही टूट गए किसी को चाहते चाहते।
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते,
पर वो तारा नहीं टूटता जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ।
from : Sad Shayari