महादेवी वर्मा चायवाद युग में रूमानियत की प्रमुख कवियों में से एक थीं। 1907 में उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में जन्मीं महादेवी वर्मा को मॉडर्न मीरा के नाम से जाना जाता था। कवि प्रयाग महिला विद्यापीठ की पहली प्रधानाध्यापिका थीं। उनकी कुछ कविताओं में 'दीपशिखा', 'हिमालय', 'नीरजा', 'निहार' और 'रश्मि गीत' शामिल हैं। उनके उत्कृष्ट कविता संग्रह, 'यम' को 1940 में प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला। वह बौद्ध धर्म से बहुत प्रभावित थीं। 1987 में उनकी मृत्यु हो गई।