मेरी चाहत देखनी है तो मेरे दिल पर अपना दिल रखकर देख,
तेरी धड़कन ना भड्जाये तो मेरी मोहब्बत ठुकरा देना।
गलतफहमी की गुंजाईश नहीं सच्ची मोहब्बत में,
जहाँ किरदार हल्का हो कहानी डूब जाती है।
होने दो मुख़ातिब मुझे आज इन होंटो से अब्बास,
बात न तो ये समझ रहे है पर गुफ़्तगू जारी है।
from : Romantic Shayari