रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 23 सितंबर 1908 को सिमरिया, बिहार में हुआ था। स्वतंत्रता-पूर्व युग से उनके लेखन प्रकृति में विद्रोही थे। उनकी देशभक्तिपूर्ण रचनाओं के कारण उन्हें राष्ट्रकवि (राष्ट्रीय कवि) की उपाधि दी गई। वीर रस (साहस) शैली के कवि होने के नाते, उन्होंने 'कुरुक्षेत्र' में युद्ध के पक्ष में प्रतिज्ञा की है, यह कारण बताते हुए कि युद्ध विनाशकारी है, महाभारत युद्ध अनिवार्य था ताकि स्वतंत्रता की रक्षा की जा सके। उनकी प्रमुख रचनाएँ 'रहमी-राठी' और 'परशुराम की प्रतीक्षा' हैं। 24 अप्रैल 1974 को उनका निधन हो गया।