तेरे ऐसे सच्चे आशिक़ है हम,
दिलमे जिसके प्यार न हो कभी कम,
सच्चे प्यार में तो ज़िन्दगी महक जाती है,
ना जाने हमारी आँखे क्यों है नम।
रोता वही है जिसने कद्र किया हो सच्चा रिश्ता को,
मतलब पे रिश्ते रखने वालो को कोई रुला नहीं सकता।
from : Dard Bhari Shayari