samandar na sahi par ek nadi to honi chahiye
tere shar me zindagi kahi to honi chahiye
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए
तेरे शहर में ज़िन्दगी कही तो होनी चाहिए
नज़रों से देखो तोह आबाद हम हैं
दिल से देखो तोह बर्बाद हम हैं
जीवन का हर लम्हा दर्द से भर गया
फिर कैसे कह दें आज़ाद हम हैं
mujhe nahi maloom woh pehli baar kab acha laga
magar uske baad kabhi bura bhi nahi
मुझे नहीं मालूम वो पहली बार कब अच्छा लगा
मगर उसके बाद कभी बुरा भी नहीं