मोहब्बत छोड़ कर हर एक जुर्म कर लेना,वरना तुम भी मुसाफिर बन जाओगे तनहा रातों के।
भूल जाना तो दुनिया का रसम है दोस्त,तुमने भुला दिया तो कोण का कमाल कर दिया।
from : Dard Bhari Shayari