जो गुज़रे साल हुआ इस साल ना हो
उन का इक़रार हो इनक़ार ना हो
मेरी बाहों में उनकी बाहें हो
खुदा कुछ ऐसा ही नया साल हो
दिलो की धड़कनो को जोर से धड़कने दो
जो सोये सोये से हैं अरमान अब भड़कने दो
उठो और देखो ख़ुशी से झूमकर आया हैं नया साल
खिला दो फूल तमन्नाओ को महकने दो