कोई वफ़ा नहीं फिर भी इंतज़ार था दूर होने के बाद भी आपकी दोस्ती से प्यार था आपके चेहरे की मुस्कुराहट बता रही है आपको मेरे ही मैसेज का इंतज़ार था
मीठी सी नींद के मीठे ख्वाब में हो गया सवेरा अब तो जागिये जनाब चाँद भी चुप गया फिर रात के इंतज़ार में १ नया दिन शुरू करो अपनी मंज़िल की तलसश में ...सुप्रभात