Gulzar Ki Shayari

koi pooch raha hai mujhse

कोई पुछ रहा हैं मुझसे मेरी जिंदगी की कीमत
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना

हम तो अब याद भी नहीं करते
आप को हिचकी लग गई कैसे

दिल अगर हैं तो दर्द भी होंगा
इसका शायद कोई हल नहीं हैं

हसरत थी दिल में की एक खूबसूरत महबूब मिले
मिले तो महबूब मगर क्या खूब मिले

Shayari Of Gulzar