दीपक में अगर नूर ना होता
तन्हा दिल यूँ मजबूर ना होता
मैं आपको “ईद मुबारक” कहने जरूर आता
अगर आपका घर इतना दूर ना होता. ईद मुबारक
सदा हँसते रहो जैसे हँसते हैं फूल
दुनिया के सारे गम तुम जाओ भूल
चारों तरफ फ़ैलाओ खुशियों के गीत
इसी उम्मीद के साथ तुम्हें मुबारक हो ईद. ईद मुबारक
from : Eid Mubarak Shayari