log chale hai jannat pane ki khatir
bekhabaro ko ibtida kar do ki maa ghar pe hi hai
लोग चले है जन्नत पाने की खातिर
बेख़बरो को इब्तिदा कर दो की माँ घर पे ही है
Wo to asar hai maa ki duaon mein
Warna itna sukoon kahaan tha in hawaon mein.
मां तेरे दूध का हक़ मुझसे अदा क्या होगा
तू है नाराज तो खुश मुझसे खुदा क्या होगा