क़ासिद के आते आते खत एक और लिख रखूँमैं जानता हूँ जो वो लिखेंगे जवाब मेंहमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिनदिल के खुश रखने को ग़ालिब यह ख्याल अच्छा है