मिट्टी का मटका और परिवार की क़ीमत सिर्फ बनाने वाले को पता होता है तोड़ने वालो को नहींजो परिवार के हर गम को चुराता हैवो शख्स सिर्फ़ तस्वीर में ही मुस्कुराता है