kaaten to aane hi the hamaare naseb mein
hamane yaar bhi to gulaab jaisa chuna tha
काटें तो आने ही थे हमारे नसीब में
हमने यार भी तो गुलाब जैसा चुना था
किसने कहा पगली तुझसे कि
हम तेरी खूबसूरती पर मरते हैं
हम तो तेरी गुलाबी आँखों पर मरते हैं
जिस अदा से तू हमें देखती है
इस चमन से जुदा हुआ एक गुलाब हूँ मैं
खुद अपनी ही तबाही का जवाब हूँ मैं
यूँ नजरे न फेर मुझसे ऐ मेरे सनम
तेरी चाहतों में ही बर्बाद हुआ हूँ
from : Rose Day Shayari